सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील आश्विनी उपाध्याय ने कहा, मौलाना साहब आज एक्सपोज हो गए. ये कह रहे हैं कि भारत में सरिया कानून लाया जाना चाहिए. अंदरखाने हर शुक्रवार को यही तकरीर की जाती है. हम पांच, हमारे 45 और उनके हाथ में एके- 47. ये संविधान की आत्मा है. ऑर्टिकल 44 जब तक लागू नहीं किया जाता है, तब तक देश को धर्मनिरपेक्ष कहा जाना बेइमानी होगी. मान लीजिए 4 बहने हैं तो उनके फंडामेंटल राइट्स बराबर हैं लेकिन अगर वो चारों अलग-अलग धर्मों में विवाह करती हैं तो उनके बीच डिवाइडेशन अलग तरीके से होगा. ऐसे में यूनिफॉर्म सिविल कोड की जरूरत है.#UniformCivilCode #DeshKiBahas